

हर खबर पर नज़र
जरा गौर से सुनिए इस बच्ची की आवाज ।हो सकता है इस बच्ची को कानन या कानून के बारे में ज्यादा जानकारी न हो पर इसकी बात में दर्द और सत्यता झलक रही है। इसकी आवाज मैं उन पीड़ितों का दर्द हैं जो इस गंदे दौर से गुजर चुकी है। पर्वत प्रेरणा सांध्य दैनिक समाचार पत्र के संवाददाता इस विडियो में छिपे सत्य को बताते हुए कि आज नहीं तो कल कानूनी प्रक्रिया को बदलना होगा। सर्वविदित है एक दो मामलों को छोड़कर आज तक किसी भी बलात्कारी को फांसी नहीं हुई। फांसी तो बहुत दूर सजा से भी बचें हैं। क्योंकि कोर्ट कचहरी की लम्बी लड़ाई में पीड़ित महिला या युवती व उसके परिजन इतने परेशान हो जातें हैं कि न्यायालय के बाहर ही समझौता कर लेते हैं। सुझाव है कि इस जटिल प्रक्रिया को बदलकर बलात्कारी को हाथों हाथ सजा का प्रावधान बनाया जाय पीड़ित और आरोपी दोनों का मेडिकल टेस्ट कर साक्ष्य मिलने के बाद आरोपी के उस अंग को भंग कर दिया जाए।जिस अंग से वह ऐसा कृत्य करता है। इस सजा को कानूनी रुप से लागू करने के बाद बलात्कार करने वाला आरोपी की सजा देख फिर दुस्साहस नहीं करेगा। रहें सावधान। क्योंकि सावधान कहीं दरिंदा है।












