


( प्रदेश की बागडोर सम्भाले पुष्कर सिंह धामी खुद जनता की समस्यायों को सुलझाने की कोशिश में उलझे)










(योगेश पांडे)
प्रदेश सरकार ने जनता की समस्यायों के समाधान के लिए आनलाइन व्यवस्थाएं लागू की हैं, अधिकारीयों के नम्बर सार्वजनिक किये हुए हैं l मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी खुद जनता की समस्या को फोन पर हल करने की कोशिश कर रहे हैं l लेकिन धरातल पर कुछ और ही हकीकत नजर आ रही हैं l तहसील से लेकर सचिवालय के अधिकारी जनता से सीधे संवाद करने में अपनी रुचि नही दिखा रहे हैं l सरकार ने जो सरकारी नम्बर सार्वजनिक किये हुए हैं, उनके लिए यह गाना सटीक बैठता है,, मंजिलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह बड़ के कोई हाथ न दे तो मुसाफिर क्या करें,, जनता समस्याओं को बताने के लिए फोन करती है तो अधिकारी फोन नही उठाते यहाँ तक की वे फोन आने वाले नम्बर को ही ब्लैक लिस्ट में डाल देते हैं l और कुछ अधिकारी इतने समझदार हाँ कि उन्होंने वहाट्स एप कालिंग का सहारा ले रखा है ताकि आम जनता उनसे सम्पर्क ही न कर पाए l जनता इस बात को अच्छी तरह समझ चुकी है कि अधिकारीयों को जनता की किसी समस्या दे कोई लेना देना नही हैं l अधिकारियों के फोन उठाना तो बहुत दूर की बात हो गई है यहाँ तो उनके पीआरओ के तक फोन नही उठते l जब फोन उठाने ही नही हैं तो नम्बर सार्वजनिक करने से क्या फ़ायदा और क्या फायदा ऐसी बातों से जनता को बरगलना पब्लिक है सब जानती है यहाँ पर एक बात देखने को मिली की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता की समस्यायों को सुलझाने के लिए प्रयासरत रहते हैं पर अधिकारी उनकी भी सुन रहे प्रतीत हो रहा है l

