


( शेयर बाजार में डेढ़ करोड़ रुपए की चपेट में आने से खत्म कर लिया जीवन)










काउंसिलिंग भी कराई पर काम न आई
(योगेश पांडे)
जिंदगी तेरे भी कैसे कैसे रंग और लोगों के जीने के अलग अलग ढंग पर आज का इंसान इस कदर अवसाद ग्रस्त हो गया कि जीने के बजाय मौत को चुन रहा है l वह इन सब के बीच में यह सब भूल गया कि मानव तन बड़ी मुश्किल से मिला है कुछ कर जाएं l कहीं आपके परिवार में भाई तो कोई ऐसी स्थिति से तो नही गुजर रहा जहां बाद में सिर्फ पछताना पड़ें तो रखें ध्यान l मामला किशनपुर सकुलिया मोटा हल्दू के एक गांव का हैं जहां एक प्रतिष्ठित परिवार के बेटे ने शेयर बाजार में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए डुबाने के बाद अवसाद में आ फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली और परिजनों को दे गया जिंदगी भर के गम l जबकि परिजनों ने उसके कर्ज ली हुई रकम को लोगों को लौटा भी दिया था पर वह अपने बेटे को अवसाद से नहीं उबार पाए l इस मामले में सिडकुल में एक कंपनी में एच आर के पद पर कार्यरत उसकी धर्म पत्नी ने काफी मदद की उसने कर्ज से लेकर आपने पति को अवसाद से उबारने के बहुत प्रयास किए यहां तक की ग्राम प्रधान विपिन जोशी ने पूरे परिजनों के समक्ष मृतक की काउंसिलिंग तक कराई मगर कोई फायदा नही हुआ l गुरुवार को मृतक हेम चंद्र का रानीबाग में अंतिम संस्कार कर दिया गया l हेम चंद्र की दस वर्ष की बेटी और 14 माह का बेटा है l पूरा परिवार सदमे में हैं l हेम चन्द्र इस समय मात्र 41 वर्ष की आयु में चल रहा था l इस घटना से गांव में शोक की लहर है और सबक भी कि आप भी अपने परिजनों से वार्तालाप करते रहें खासकर उस व्यक्ति से जो कम बोलता हो या बहुत अधिक l

