


(शहर के मुख्य मार्गो में ही नहीं आंतरिक मार्गों में भी बेलगाम दौड़ रहे हैं डंपर)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी खनन सामग्री ले जाने वाले डंपर शहर के मुख्य मार्गो में ही नहीं आंतरिक मार्गों में भी बेलगाम होकर दौड़ रहे हैं l प्रतिदिन रात तीन बजे से सुबह दस बजे तक डंपर बेलगाम दौड़ते हैं चौपुला चौराहे से ऊंचापुल आंतरिक मार्ग पर रात दिन बजे से पांच डंपर दौड़ते हैं जिनकी स्पीड यदु स्पीड मीटर से नापी जाए तो अस्सी किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक होती है l ऐसे में सुबह आंतरिक मार्गों में मॉर्निंग वॉक करने वाले स्त्री और पुरूष युवा इनको आवाज सुनते ही मारे भय के इधर उधर दौड़ते हुए नजर आते हैं l इनमें से अधिकतर डंपर चालकों के लाइसेंस भी नहीं बने हैं सेटिंग गेटिंग की आड़ में अपने डंपर स्वामी का नाम लेकर यह डंपर चालक बेलगाम दौड़ते हुए नजर आते हैं l एक डंपर के हॉर्न में पूरे गाने की धुन सुनाई देती है l इन डंपरों के बेलगाम होने से मुख्य मार्ग सहित आंतरिक मार्गों में भी कई दुर्घटनाएं हो गई हैं l पिछले वर्षों से गुड व्हीकल के नाम से परिवहन विभाग ने इनका पंजीकरण किया है l इन वाहनों की संख्या 26 हजार से अधिक है l इनमें डंपर की संख्या पांच हजार से अधिक है l परिवहन विभाग ने इन वाहनों के लिए कोई रूट निर्धारित नहीं किया है lइस वजह से भी यह मुख्य मार्ग सहित आंतरिक मार्गों पर फर्राटा भर रहे हैं l कई बार उपखनिज खुले में इन डंपरों द्धारा ढोने पर पीछे चलने वाले दो पहिया वाहन चार पहिया वाहन दुर्घटना के शिकार इनसे उड़ने वाले कंकड़ पत्थर के कारण हुए हैं l कई स्कूली बच्चे आंतरिक मार्गों में इनके फर्राटा भरने से काल के मुंह में समा चुके हैं l*अब खुले में नहीं ढोएंगे उप खनिज डंपर *आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि अनेकों शिकायतें आई हैं lडंपरों द्वारा खुले में उप खनिज ढोने के बारे में ऐसे में डंपर स्वामियों के साथ वार्ता की जाएगी l विभाग इनके लिए कार्ययोजना भी बना रहा है l बहुत जल्दी कार्यवाही की जाएगी l यह बात तो रही परिवहन विभाग की लेकिन जो दुर्घटनाएं इन डंपरों से हुई हैं जिन माताओं की गोद जिस पिता के आंखों के तारे बच्चे को इन डंपरों के फर्राटा से असमय मृत्यु हुई है l उनके लिए क्या,,, यही भी कुछ कहने पर इन डंपर चालकों के द्वारा मारपीट और गालीगलौच पर उतर जाना, अपने मालिक की धौंस देना उसका क्या,, कौन ले रहा है जिम्मेदारी,,l

