


✍️ योगेश पांडे









मौसम विभाग (IMD) ने आज उत्तराखंड के 8 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। विशेषकर देहरादून, चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, नैनीताल, बागेश्वर और पौड़ी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
- कैंपटी फॉल, मसूरी में जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने टूरिस्ट्स को सतर्क किया है।
- यमुनोत्री हाईवे मलबा आने से बाधित हुआ, BRO व PWD की टीमें सड़क खोलने में जुटी हैं।
- देहरादून में आज तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और भारी उमस बनी हुई है।
- नदी-नाले उफान पर हैं, लोगों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा से बचें।
➡️ नसीहत: पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा पर निकले लोगों को मौसम अपडेट्स चेक करने की सलाह दी गई है।
⛈️ मसूरी में खतरे की घंटी – कैंपटी फॉल में बढ़ा जलस्तर
पर्यटन स्थल कैंपटी फॉल, मसूरी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों को सतर्क रहने और बहाव क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। भारी बारिश के कारण जलप्रवाह तेज़ है और चट्टानें भी कमजोर हो रही हैं, जिससे भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
🚧 यमुनोत्री हाईवे बंद – BRO और PWD युद्धस्तर पर कार्य में जुटे
यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी के पास भारी मलबा गिरने से यातायात पूरी तरह से बाधित है। सीमा सड़क संगठन (BRO) और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें मलबा हटाने में दिन-रात जुटी हैं। कई तीर्थयात्री और वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था शुरू की है।
🌡️ देहरादून में उमस भरी गर्मी, भारी बारिश के आसार
राजधानी देहरादून में सुबह से ही आसमान में बादलों का डेरा रहा। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और नमी 80% के आसपास रही, जिससे भारी उमस ने लोगों को परेशान किया। मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है।
🌊 नदी-नाले उफान पर, खतरे की आशंका
राज्यभर में गौला, कोसी, मंदाकिनी और भागीरथी जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। भूस्खलन, फ्लैश फ्लड, और सड़क अवरोधों की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रशासन ने सभी ज़िलों के आपदा नियंत्रण कक्षों को अलर्ट पर रखा है।
📢 जनता से अपील: अनावश्यक यात्रा से बचें
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से बिना आवश्यकता पहाड़ों की यात्रा न करने, मौसम अपडेट पर नज़र रखने और सुरक्षित मार्गों का ही चयन करने की अपील की है।
📝 विशेष सलाह:
- पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा से पहले मौसम की स्थिति जरूर जांचें।
- नदी, झरनों और जलप्रवाह क्षेत्रों से दूर रहें।
- स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों और निर्देशों का पालन करें।
