


(अब पब्लिक ठहरी वह थोड़ा पड़ी लिखी ज्यादा है पर रोजगार नहीं मिला योग्यता अनुसार कुछ यू ट्यूबर बन गए कुछ फेस बुकियों की जमात में आ गए ऐसे में प्रत्याशियों के वादे और नखरे तो देखो एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रामडी आनसिंह पनियाली सीट की प्रत्याशी के साथ घूम रही है यू ट्यूबर, एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रामडी आनसिंह पनियाली के साथ घूम रहे हैं उनके थोड़े पड़े लिखे मित्र जिन्होंने पहले अपनी जमीन उनको बेची उन्होंने खरीदी नौ में और खरीदने वाले प्रत्याशी पति ने बेची सौ में धंधा है वो नगर निगम से लेकर हर चुनाव में टिकट की दौड़ लगाते रहते हैं इस बार तो कोई बात नहीं अगली बार के लिए उच्च न्यायालय उनकी दौड़ पर रोक लगा दी ,दो जगह नामांकन वाले प्रत्याशियों नहीं करेंगे पंचायत चुनाव में नामांकन,, कुछ जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी की औरतें बड़ी बड़ी नशा हो रहा नशा हो रहा जगह जगह हम जीत गए तो करेंगे बंद का दावा तो कर रहे हैं पर पति शराब बांट रहे हैं,









अब मौका पाकर पहाड़ी आर्मी ने भी कूदने का मन बनाया और ऐसे प्रत्याशियों को सामने ला खड़ा कर दिया ग्राम प्रधान के प्रत्याशी को बोलना नहीं आता जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को हर गांव का नाम तक नहीं मालूम एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी कहते हैं कि मेरी बीवी अस्पताल में भर्ती है और में खनन के विरोध स्वरूप चुनाव समर में)**क्या है यह पहाड़ी आर्मी भीम आर्मी को सब जानते है क्या किया आज तक किसी नशे के खिलाफ पीएलआई कोर्ट में लगाई या आए दिन हो रहे महिला शोषण पर जताया विरोध। या भाजपा कांग्रेस को कोसने वाले खुद को कैसे बेदाग साबित कर रहे हैं अपने को**
(योगेश पांडे)उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं नित्य प्रतिदिन नई कहानी सामने आ रही है मीडिया को बुलाओ सर आज प्रेस वार्ता करनी है आप आ जाएंगे प्लीज।पहले बता दूं एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी ने कहा था मीडिया सोशल मीडिया की हमें जरूरत नहीं सौ लोगों पर दस छोडूंगा जीत जाऊंगा फिर विधायक कालाढुंगी के लिए भी अगली भूमिका बन जाएगी । पूर्व में निर्विरोध भी जीत कर नहीं अध्यक्ष भी बना दिया अपनी गृहणी को और कार्य क्या हुए आप सब जान चुके हैं । नहीं तो जो विरोध में खड़े हैं आप उनकी सुन लीजिए । आप जनता है आखिर जीत हार का अंतिम निर्णय भी तो आपका है। पहाड़ी आर्मी ने उन प्रत्याशियों को अपना समर्थन दिया जिसमें ग्राम प्रधान प्रत्याशी हिम्मतपुर बैजनाथ बोल ही नहीं पाते कि क्या करना है और आज तक क्यों नहीं विरोध किया की बात पर उन्हें बोलना नहीं आता।भरोसा है कि अब पहाड़ी आर्मी वाले लोग हमें जीत दिला देंगे एक क्षेत्र पंचायत सदस्य आए ही नहीं कल मीडिया के सामने बताया गया एक ग्राम प्रधान निर्विरोध चुना गया वह तो उनके क्षेत्रऔर उनके कार्य पर विरोध नही होगा इसलिए मौन समर्थन दे समझदार जनता ने एक चुनाव खर्च ग्राम प्रधान का बचा दिया।अब एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रामडी आनसिंह पनियाली फोन उठाती ही नहीं चाहे पहाड़ी आर्मी करे या आम जनता बाद में कहती है चुनाव प्रचार में थी फोन कहां उठाती सर । तो यह प्रत्याशी बाद जीतने के फोन उठा लेगी। इसकी क्या गारंटी और क्या गारंटी पहाड़ी आर्मी की कि अब तक क्यों हर बुराई का विरोध नहीं किया पहाड़ी आर्मी संगठन ने कोर्ट की शरण जा आपके द्वारा । क्यों नगर निगम चुनाव में जनता ने अपनी तरफ से आगाह नहीं कर दिया था आपके मेयर पद प्रत्याशी को गिने चुने वोट देकर फिर क्यों कूदे पहाड़ी आर्मी संगठन के पदाधिकारियों इस पंचायत चुनाव में।प्रश्न बहुत हैं और उत्तर दीजिए क्यों ऐसे प्रत्याशियों को दिया समर्थन एक बोल नहीं पाता अपनी बात कि ग्राम प्रधान बनने के बाद क्या करूंगा । एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी फोन नहीं उठाती उसके चमचे भी नहीं।और एक जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी की बीबी अस्पताल में और वह खनन को लेकर दुःखी होकर कूद गए चुनावी समर में ,और मजे की बात इस पहाड़ी आर्मी संगठन ने आए दिन हो रहे महिला शोषण पर क्यों आज तक मौन साधा था क्यों कोई भी प्रत्याशी इस गंभीर और घिनौने अपराध पर अब तक नहीं बोला।तीन माह की बच्ची से लेकर सत्तर साल की वृद्धा से दुष्कर्मी आए दिन कर रहे हैं बलात्कार उसमें कहीं पिता कहीं सगा भाई कहीं चाचाजी और कहीं चचेरा भाई शामिल।
क्यों पहाड़ी आर्मी ने खुले आम बिक रहे मेडिकल स्टोर से प्रतिबंधित दवाई कोरेक्स प्रोक्सिवन आदि पर विरोध किया जिसे छोटे बच्चों से लेकर युवा नशे में प्रयोग कर रहे हैं।मैं बताऊं उत्तराखण्ड को बने 25 वर्ष होने को जा रहे हैं इस चुनाव क्या हर चुनाव हर पार्टी हर प्रत्याशी खुद को भगवान और दूसरे को चोर साबित करने पर तुला रहता है। स्पष्ट है चोर चोर मौसेरे भाई।
