


10 अप्रैल 2022 से 10 अप्रैल 2025 तक
( संघर्ष, संगठन और जनसरोकार का प्रतिबिंब)










(योगेश पांडे)
आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अपने तीन वर्ष के सफल कार्यकाल को पूर्ण किया। 10 अप्रैल 2022 को उन्हें तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष श् सोनिया गांधी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यह कार्यकाल उस समय शुरू हुआ जब कांग्रेस को 2022 विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा था। माहरा के समक्ष कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने और संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की बड़ी चुनौती थी।
संगठन को दी नई दिशा देते हुए करन माहरा ने अपने कार्य की शुरुआत गढ़वाल क्षेत्र से की, जहाँ कांग्रेस को केवल 3 सीटों पर जीत मिली थी। उन्होंने सबसे पहले जिला, मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियाँ कर बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय किया। पैदल यात्राओं और जनसंवाद कार्यक्रमों के ज़रिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट कर पुनर्गठन की नई मिसाल पेश की।
प्रदेश में पाँच उपचुनाव कराए गए, जिनमें बद्रीनाथ और मंगलौर सीटों पर कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की, बागेश्वर उपचुनाव में पार्टी को 2022 की तुलना में 20% अधिक वोट मिले, हार का अंतर केवल 2% रहा, केदारनाथ उपचुनाव में भी मत प्रतिशत में वृद्धि हुई, चंपावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री के खिलाफ जहां भाजपा सत्ताबल और धनबल के साथ चुनाव लड़ रही थी ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने मजबूती से उपस्थिति दर्ज कराई।
2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन 2019 के मुकाबले बेहतर रहा।
2024 नगर निकाय चुनावों में भाजपा को 44 सीटों पर जीत मिली जबकि कांग्रेस ने विषम परिस्थितियों के बावजूद 29 निकायों में सफलता पाई, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा।
जनता के मुद्दों पर भी करन माहरा काफी लोकप्रिय नेता रहे l

