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योगेश पांडे)
हल्द्वानी नये शिक्षा सत्र में भी माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रही है। बाद इसके सरकार शिक्षकों की नियुक्ति के कोई प्रयास नहीं कर रही है।










नैनीताल जिले में 190 माध्यमिक विद्यालयों में करीब 37,516 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यालयों में 4879 पदों के बदले सिर्फ 1341 शिक्षक ही कार्यरत हैं। शेष 3538 पद रिक्त चल रहे हैं। प्रवक्ता के 1090 पदों पर 844 कार्यरत हैं। स्कूलों में गणित, अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान, रसायनिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल, राजनीति विज्ञान,और समाज शास्त्र विषय के अध्यापकों के पद रिक्त चल रहे हैं। अच्छे धनाढ्य घरों के बच्चे व मैदानी घरों के बच्चे ट्यूशन लेकर कोर्स पूरा कर रहे हैं। लेकिन पहाड़ी व गरीब तबके के बच्चों की पढ़ाई का क्या। सरकार तो सोई है शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं देने में।पर अभिवाहक बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। 150 गेस्ट प्रवक्ता और एलटी में 48 शिक्षक हैं तैनात। क्या कह रहे हैं पुष्कर टम्टा, सीईओ नैनीताल,, रिक्त पदों को लेकर लगातार निदेशालय को सूचना भेजी जा रही है। कुछ विद्यालयों में अतिथि शिक्षक तैनात किए गए हैं। छात्र छात्राओं को अध्ययन में कोई दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। समाचार पत्र पर्वत प्रेरणा द्वारा चलाई मुहिम,,आपकी समस्या आपके द्वार,,के खोज पर हमारे संवाददाता को सबसे बड़ी समस्या शिक्षा को लेकर नजर आई। इधर केन्द्र सरकार सौ दिन पूरे होने का जश्न मना रही है।और राज्य सरकार अपने कार्यों को गिना रही है।यह मूलभूत सुविधाएं किसी को नजर नहीं आई या नजर अंदाज किया गया जा रहा है।
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