


(योगेश पांडे)









हल्द्वानी प्रेस को दिये अपने बयान में रवि बाल्मीकि ने कहा भाजपा विगत लंबे समय से राज्य वासियों को आपस में बांटने का प्रयास कर रही है, राजधानी से लेकर, संस्थाओं व उद्योगों की स्थापना हो या नीति निर्धारण भाजपा ने हमेशा पहाड़ और मैदान में भेदभाव किया है।
पहले यह भेद भाव सड़कों पर था परन्तु अब यह सदन तक भी पहुंच गया है। जो इस राज्य की शांति व सौहार्द्र के लिए चिंता का विषय है। जिसका हम सबको पहाड़ मैदान की भावना से ऊपर उठकर विरोध करना चाहिए। दुर्भाग्य है कि विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, मंत्री सुबोध उनियाल एवं भाजपा अध्यक्ष सदन द्वारा असभ्य व्यवहार व असंसदीय भाषा का प्रयोग करने वाले मंत्री के विरुद्ध कार्यवाही करने की बजाय उनके समर्थन में वक्तव्य जारी किए जा रहे।

भाजपा अध्यक्ष का पूरे पहाड़ के प्रति अपमान जनक टिप्पणी किये जाने का प्रतिकार करने वालों को सड़क छाप कहे जाने पर उनकी तीब्र निंदा करते हैं। नरेंद्र सिंह नेगी जी जो अपने छोटे से अपमान को नहीं सह सके और मुख्यमंत्री के खिलाफ गीत लिख डाला। आज पूरे समाज के अपमान के प्रतिकार को राजनीति बता रहे हैं जिसकी जितनी निंदा की जाय कम है। इससे उनका अवसरवादी चेहरा भी समाज के सामने बेनकाब हुआ है।
हमने 10 मार्च को श्री लखपत सिंह बुटोला माननीय विधायक बद्रीनाथ,और प्रेमचंद्र अग्रवाल के अतिरिक्त सभी 68 विधायकों को एक उलाहना पत्र सौंपने का निश्चय किया है l
जब प्रेमचंद्र अग्रवाल द्वारा सदन में पहाड़ के विरुद्ध अमर्यादित बयान दिया गया तों आप मौन क्यों थे।
