


(2.26 करोड़ के पौधों को फायर सीजन में बचाने की वन विभाग के लिए चुनौती)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी जंगलों में आग और आग से करोड़ों का नुकसान और प्राकृतिक संपदा की हानि अलग l इन सबसे बचाव करने के लिए वन विभाग हर वर्ष फायर सीजन शुरू करता है इसके लिए बकायदा टेम्प रेली भर्ती की निविदा भी निकाली जाती हैं l इस भर्ती में नये फायर सीजर भर्ती किये जाते हैं l
फिलहाल 15 फरवरी से फायर सीजन शुरु हो गया है अभी वाचरों को आग लगने की चुनौतियों का सामना नही करना पड़ रहा है ल लेकिन बाद होली के पारा लगातार गिरने से नमी की मात्रा कम होने से जंगल में आग का भय बना रहेगा l इन सबके चलते चिंता वाली बात यह है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में शुरुआती दस माह में राज्य के अलग अलग राज्यों के जिले के जंगलों में 2.26 करोड़ के पौधे लगाएं गए हैं l जंगलों में आग के दौरान बड़े पेड़ो पर कम छोटे प्लांटेसन पर आग का भय ज्यादा रहता है l ऐसे में वन विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती इन पौधों को बचाने की होगी सीजन के शुरुआती दिन तो आराम से चले जाते हैं पर अप्रैल से जंगलों में आग लगनी शुरू हो जाती है l पिछले साल इस आग के कारण 1772 हेक्टेयर वन सम्पदा को नुकसान हुआ और आग की चपेट में आया l वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार के बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में केन्द सरकार ने उत्तराखंड राज्य को 2.67 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था जिसे अलग अलग जिलों में अलग अलग क्षेत्र फल को देखते हुए विभाग द्धारा बाँट दिया गया था l विभागीय बेबसाइट में दर्ज आकड़ों के अनुसार वर्ष 2024 अप्रैल से जनवरी 2025 तक, 2.26 करोड़ पौधों लगे दर्ज है l अब जंगलों में फैलने वाली आग से इन्हें कैसे बचाया जायेगा यह सबसे बड़ी चुनौती बन कर उभर रही है l

