

(योगेश पांडे )










हल्द्वानी। ऑनलाइन गेमिंग की लत ने एक होनहार छात्रा की जान ले ली, हल्द्वानी निवासी छात्रा यहाँ एमबीपीजी कॉलेज में बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा थी, उसके पिता अल्मोड़ा कारागार में तैनात हैं, वह अपने मां और भाई के साथ हल्द्वानी में रहती थी, जब मां और भाई घर पर नहीं थे, तभी हर्षिता ने खुदकुशी कर ली, मौत को गले लगाने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें ऑनलाइन गेम में लाखों रुपये हारने की बात लिखी गई थी। अपने सुसाइड नोट में उसने लिखा “आई एम सॉरी पापा” मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है और मैंने आपका बहुत सारा पैसा खर्च करवा दिया है, अब आगे से ऐसा नहीं होगा मुझे माफ कर देना मैं हमेशा के लिए जा रही हूं।
परिजनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हर्षिता पिछले कुछ समय से ऑनलाइन लूडो गेम खेल रही थी जिसमें उसे पहले तो अच्छा फायदा हुआ और उसके बाद वह लगातार पैसे हारती गई, उसने अपने मम्मी पापा से पैसे लेकर भी गेम में लगा दिए, वह लगभग ढाई तीन लाख रुपए लूडो गेम में हार चुकी थी, पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।स्थानीय लोगों ने ऑनलाइन गेमिंग एप्स को तुरन्त बंद करने की मांग की है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि आजकल के युवा अपनी पढ़ाई लिखाई छोड़ ऑनलाइन गेम्स में ज्यादा समय बिता रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक और मानसिक नुकसान हो रहा है, और अंत में वो मौत को गले लगा रहे हैं, इसलिए गेमिंग एप्स को तत्काल बन्द कर देना चाहिए, जिससे लोगों की जान बचाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह से लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वही सीओ साइबर सेल सुमित पांडे का कहना है कि लोगों को जागरूक होने की जरूरत है, और किसी भी तरह के लिंक या गेमिंग एप से उन्हें दूर रहना चाहिए, वरना किसी भी व्यक्ति को भारी नुकसान हो सकता है।
