


(हल्द्वानी मोर्चरि में शाम छह बजे बाद नहीं होते पोस्टमार्टम , लोग असमन्जस में क्योंकि बिना चिता जलाए घर मे नहीं जलता चूल्हा)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी जीने के लिए तो आदमी परेशान हो ही रहा है पर लाचार सिस्टम और कर्मचारियों की लापरवाही ने मरने के बाद भी परिजनों को परेशानी में डाल रखा है l जरा सोचिये एक मृतक व्यक्ति का शव और दूसरी तरफ घर और वह तिमारदार बिल्कुल अकेला अस्पताल से अपने प्रिय के शव को मोर्चरि में पोस्टमार्टम के लिए लाता है और उसे अगले दिन तक इंतजार करना पड़ता है l क्या बीत रही होती होगी उस व्यक्ति पर जब घर से परिजनों का फोन आता होगा जिंदा नहीं रहे अब मिट्टी को ही घर ले आओ कहा जाता होगा l हमारे हिंदू धर्म के अनुसार जब तक मृतक के शव की अंतिम क्रिया नहीं होती हमारे घरों में चूल्हा नहीं जलता,, इन सब कार्य कलापों के बीच इतना समय लग जाता है कि कई बार तिमार दार परेशान हो सब छोड़ जाता है , आखिर ऐसा क्यों और इन सब के लिए जिम्मेदार कौन है l और क्या कहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता योगेश जोशी – पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में समय अधिक लगने से उनके परिजनों के लिए यह पीड़ा और अधिक दुखदाई हो जाती है, यह देख मन द्रवित हो जाता है एक तो दूर से आये परिजन अपने को खोने के गम में होते हैं दूसरे सिस्टम के चलते पोस्टमार्टम कराने व रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए भटकते हैं l यहाँ 24 घण्टे के अंदर पोस्टमार्टम हो जाना चाहिए l अधिकारी के बोल प्राचार्य अरुण जोशी ने कहा- पूर्व में नियम था कि शवों का पोस्टमार्टम सूर्य की रोशनी में होगा, बाद में नियम बदल गए l कोरोना काल में 24 घण्टे के अंदर पोस्टमार्टम हुए l जिलाधिकारी के आदेश हैं कि 24 घण्टे के अंदर पोस्टमार्टम हों लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है l कुमाऊँ का प्रवेश द्दार हल्द्वानी अक्सर गम्भीर हालात के चलते लोग दूर_दूर से यहाँ इलाज कराने को आते हैं और मौत हो जाने के बाद दूसरा संकट पुलिस प्रक्रिया और पोस्टमार्टम का झेलते हैं l हल्द्वानी अल्मोडा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, रामनगर, रुद्रपुर आदि जगह के शव यहाँ पोस्टमार्टम के लिए आते हैं और मोर्चरि में शाम छह बजे बाद ताला लटक जाता है l सुस्त सिस्टम के चलते मुंबई से भीमताल आये पर्यटक की सुशीला तिवारी अस्पताल में मौत हो गई थी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं पहुँचने से नहीं बन पाया मृत्यु प्रमाण पत्र l और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को हल्द्वानी से भीमताल पहुँचने में लगे 15 दिन l एस ओ भीमताल विमल मिश्र ने बताया रिपोर्ट हमारे पास शनिवार को पहुँच गई है l बिसरा को जाँच के लिए रुद्रपुर फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है बिसरा रिपोर्ट आते ही अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिजनों तक भेज दी जायेगी l सबने अपनी अपनी बातें रखी पर सवाल वही कि इन सब परेशानीयों के लिए जिम्मेदार कौन l

