

(दोनों योग्य दोनो शिक्षित और दोनो पूर्व से कालेज समय से प्रतिद्वंद्वी )











(योगेश पांडे)
हल्द्वानी पिछले एक साल से चली उहा पोह में आखिर नगर निगम के चुनाव का बिगुल बजा पहले गणित चलाया सामान्य का फिर ओवीसी का और फिर अनारक्षित इन सब में टिकट के लिए मारामारी कांग्रेस ने तो सर्वसम्मति से ललित को हल्द्वानी महापौर का उम्मीदवार बना दिया पर भाजपा ने ठीक नामांकन की अन्तिम तारीख से एक दिन पहले इन सब में बीच चला घटनाक्रम बताने की आवश्यकता नहीं है आजकल सब आंनलाइन है l
अब दो ऐसे नगर निगम महापौर के प्रत्याशी आमने सामने आ गए जो पूर्व में भी प्रतिद्वंद्वी रह चुके हैं। अब आज से चुनाव के चार दिन शेष रह गए हैं इन सब के बीच आरोप प्रत्यारोप, बड़े बड़े वादे, जनता को लुभाने के लिए रोड शो आदि किए जा रहे हैं किसी को अपने ऊपर भरोसा नहीं दूसरे स्टार प्रचारक को बुला रहा है और कोई जनता की भीड़ देखकर आत्म विश्वास से अपने दम पर सुंदर कांड पड़ चुनाव लड़ रहा है इन सबके चलते हमने जनता का मन टटोलने की कोशिश करी कि उनके मन में क्या चल रहा है कैसा महापौर आना चाहिए और क्या नहीं हुआ और क्या करना चाहिए यानी जनता को कौन प्रत्याशी फलित होगा और कौन( अफ़लित) l
सबसे पहले हम भाजपा के गढ़ लोहरिया साल तल्ला, मल्ला, गैर वैशाली, गौड़ धडा, कुल्याल पुरा में गए तो वहाँ यह देखकर बड़ी हैरानी हुई कि उन लोगों में नगर निगम के चुनाव को लेकर बड़ी उदासीनता है उनकी प्रमुख समस्या सड़क, पानी और गन्दी नाली है वह कहते हैं कार्य तो कुछ नहीं हुआ हां पेड़ हरे भरे जरूर काटे और सड़कों पर गडढे कर दिए यह जानने पर कि किसे अपना महापौर बना रहे हैं तो एक पडी़ लिखी महिला ने कहा आप मेरे नाम को मत छापना लेकिन अब पुराने तरीके का चुनाव नहीं है अब राम, श्याम के नाम पर नहीं काम पर वोट पड़ेगा जो प्रत्याशी हमारी समस्या और हमसे किये वादे पूरे करने का भरोसा दिलाएगा वह जीत कर आयेगा l राम और श्याम किसी एक के नहीं हैं कुछ कहा करते हैं कि हम राम को लाये मैं उन मूर्खों से पूछती हूँ कि सारे जगत के स्वामी राम को तुम कौन हो लाने वाले जो सत्य था वह कोर्ट ने माना और मन्दिर बन गया राम तो सब जगह सबमे हैं l हम वहाँ से हीरा नगर, नवाबी रोड मुखानी, मानपुर पश्चिम आदि क्षेत्रों में गए तो लोगों ने जो समस्या बताई वह जाम की अतिक्रमण की बताया कि मुखानो से क्रिया शाला रोड पर खुले अस्पतालों की पार्किंग सड़क बन गई है जो हमे इस समस्या से निजात दिलाने का वादा करेगा वह जीत कर आयेगा और हम उस प्रत्याशी से अपना यह पार्किंग का कार्य करवाएंगे l अब हम केवल कार्य करने वाले को वोट देंगे चाहे वह पार्षद हो या महापौर l एक महिला ने सुलभ शौचालय की बात उठाते हुए हमे धन्यवाद दिया कि आप हमारी समस्या को उठा रहे हैं हम बाजार से आपका अखबार खरीद कर पड़ रहे हैं l आपका न्यूज़ पोर्टल को पसन्द कर रहे हैं l अब हम बताये तो इन निगम बने दस साल हो गए पहले पुराने नगर पालिका वाले वार्डों में ही महापौर का चुनाव हुआ और दूसरी बार नये वार्ड शामिल कर चुनाव हुआ और दोनो बार भाजपा का प्रत्याशी डॉक्टर जोगेंदर् पाल सिंह रौतेला महापौर बने अपनी साफ और बेदाग छवि से वह आज भी जनता की पहली पसन्द हैं यह बात दोनो प्रत्याशी भी मानते हैं लेकिन उनकी कोशिश के बाद भी समस्या बनी रही सबसे बड़ा कारण यह रहा कि पार्षद महिला बनती थी और बोर्ड बैठक में उसका पति या बेटा जाता था यानी महिला सीट तो कर दी पर अधिकार पुरुष के पास ही रहे बोर्ड में समस्या अपने वार्ड की उठाई ही नहीं l अगर उठाई होती तो आज जगह जगह गन्दगी, बद्बु दार नाली, नल में जल नहीं,, जल है तो नल नहीं, सड़कों पर गड्डे और उनमें भरा पानी l महिला असुरक्षित सुलभ शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं, बाजार में अतिक्रमण,इन सब का हल इन दस सालों में हो जाना चाहिए था अब नये महापौर से यह सब उम्मीद जनता को हैं, l अब देखना यह कि जनता को कौन फलित और जनता करती है किसको फलित गजराज या ललित l

