


(आज हल्दूचौड गायत्री पीठ से हरिद्दार तक होते है उपनयन संस्कार माँ भगवती मन्दिर में भी होते हैं उपनयन संस्कार)









(योगेश पांडे)
आस्था का केंद्र हैं हिंदुओं के हर त्यौहार किसी ने अर्थ और एक गूढ़ रहस्य छिपा होता है हर त्यौहार में ऐसा ही रहस्य है बसंत पंचमी के त्यौहार क्यों होते हैं आज के दिन जनेऊ और क्यों मनाते हैं इस त्यौहार को इस सब को स्पष्ट किया माँ भगवती मन्दिर लालडाँट के पुजारी रमेश चन्द्र तिवारी ने उन्होंने कहा कि आज विद्या की देवी सरस्वती का जन्म दिन है जो सृष्टि के रचियता ब्रह्मा की पत्नी हैं और ज्ञान की देवी हैं।
इसलिए आज के दिन उप नयन संस्कार किए जाते हैं। इस संस्कार को करने के बाद वटुक शास्त्र व शास्त्रों को पड़ने का अधिकारी बन जाता है l
आज से ऋतु भी करवट बदलती है न ठंड रहती है न गर्म l ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने श्र गांर किया हो l
