


(एक्सपार् लाइसेंस एक्सपायर सामान और दुर्गन्ध भरे पनीर से खाना पका खिला रहा था मेस संचालक)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी लोगों में धन कमाने की होड इस कदर मची है कि अपने फायदे के लिए दूसरे के साथ क्या होगा यह तक नहीं सोचते ऐसा ही वाक्या मेडिकल कालेज हल्द्वानी की मेस में हुआ जहाँ से लगातार खराब व बासी खाना परोसे जाने की शिकायत प्राचार्य अरुण जोशी को आ रही थी l घटना की पुष्टि के लिए जब प्राचार्य ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय सिंह की टीम को साथ लेकर मेस का औचक निरीक्षण किया तो जो तस्वीर सामने आई तो खुद खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम व प्राचार्य भौचक रह गए l उन्होंने तुरंत कारवाई कर मेस के सामान के नमूने ले जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेज दिए l ठेकेदार को प्राचार्य अरुण जोशी ने कड़ी फटकार लगाते हुए नये टेंडर की बात कही और साथ ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम से पूरी जांच कर ठेकेदार व मेस पर कड़ी कारवाई करने की बात कही l प्राचार्य अरुण जोशी और खाद्य सुरक्षा की टीम ने जब औचक निरीक्षण किया तो उन्होंने पाया कि मेस में दूध, चावल मसाले इत्यादि सभी एक्सपायरी तारीख के उपयोग हो रहे थे साथ ही मेस संचालक का लाइसेंस भी एक्सपायर हो चुका था l मेस में खाना पकाने को जो तेल उपयोग हो रहा था वह घटिया क्वालिटी का था पनीर से दुर्गंध आ रही थी और कड़ाई में काला प्याज जला मिला l खाद्य सुरक्षा अभय सिंह की टीम ने सभी चीजों के नमूने ले लिए और जांच के लिए रुद्रपुर लैब में भेजे जाने की कारवाई कर दी है l खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि जांच की रिपोर्ट आने के बाद मेस संचालक पर कठोर कानूनी कारवाई की जायेगी l
मुख्य छात्रा वास अधीक्षक आर जी नौटियाल ने कहा कि मेस सिस्टम में सुधार के लिए ओपन कैफेटेरिया और टोकन सिस्टम की व्यवस्था की जानी चाहिए l ताकि फिर कभी धन देने के बाद भी छात्रों के साथ इस प्रकार का खिलवाड ने हो l
कुछ छात्रों ने नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि हम लम्बे समय से बासी व गन्दा खाना परोसे जाने की शिकायत कालेज प्रशासन से कर रहे थे l हर साल मेस के 36000 रुपये फीस जमा करने के बाद हमें रात को खाना खाने बाहर जाना पड़ता है क्योंकि मेस में जो खाना परोसा जाता है वह खाने लायक नहीं होता l अब जांच कर नमूने लैब तो भेज दिये हैं देखना होगा कि रिपोर्ट आने के बाद ऐसे किसी के भी स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले संचालक के खिलाफ क्या कारवाई होती है l और आगे मेस का संचालन किस प्रकार से होता है l

