


(मुख्य मन्त्री का आदेश वार्ड 54 में नीम का पेड़ चौराहे से गनपति विहार फेज-2 तक सड़क बनाने का किया दरकिनार विभाग ने) /










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी चाहे मुख्य मन्त्री का आदेश ही क्यों न हो यदि विभाग की मर्जी नहीं तो काम भी नहीं इस नियम कानून के तहत हल्द्वानी में हो रहा है कार्य l वार्ड 54 में दिन भर धूल का गुबार उठता रहता है सड़क से हाल यह है कि यदि आधा घण्टे भी बाहर कपड़े सुखाने डाले गए तो ऐसे लगते हैं जैसे कभी धुले ही नहीं हैं यह हाल सड़क का तब है जबकि खुद मुख्य मन्त्री पुष्कर सिंह धामी ने एक साल पहले इस सड़क का शिलान्यास किया था और शिला पट पर क्षेत्रीय विधायक से लेकर कमिश्नर डीएम और सड़क बनाने वाले विभाग के अधिकारियों के नाम तक अंकित हैं लेकिन किसी ने भी आज तक यह सुध नहीं ली कि यह सड़क बनी या नहीं l
इस मार्ग पर भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट का आवास है l स्थानीय निवासी यह सोच कर उनके घर के चक्कर लगाते हैं कि सत्ताधारी दल के जिलाध्यक्ष होने के नाते इनके तो फोन में ही कार्य हो जायेगा प्रताप बिष्ट सम्बन्धित विभाग को फोन भी करते हैं l लेकिन जब मुख्य मन्त्री की नहीं सुनी तो इनकी क्या सुनेंगे l
गौरतलब है कि मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी अक्टुबर और नवम्बर माह में दो बार नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों को सड़कों के अधूरे कार्य पूर्ण करने के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन हल्द्वानी में उनका आदेश बेअसर होता दिख रहा है l मुख्य मन्त्री के हल्द्वानी दौरे के दौरान कालाढूगी विधायक बंसी धर भगत ने सड़कों के अधूरे कार्यों का मुद्दा उठाया था उस समय मुख्य मन्त्री ने 15 दिन के भीतर कार्य पूर्ण करने का अल्टीमेटम दिया था l लेकिन वह भी विभाग के लिए बेअसर साबित हुआ धनिया के तीन पात वाली कहावत यहाँ चरितार्थ होती दिखाई दे रही है l
नब्बे लाख रुपये को लागत से बननी थी यह सड़क l
शिलान्यास के शिला पट पर सी एम धामी, संसद अजय भट्ट, शहरी विकास मन्त्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल, काला ढूंगी विधायक बंसी धर भगत, कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत, डीएम वन्दना सिंह का नाम दर्ज है पर दिन भर धूल उड़ने से इन नामों में भी जम गई धूल l

