


(बर्फबारी न होने और अधिक मात्रा में दोहन होने से बुग्यालों में अब नजर नही आता शक्ति वर्धक संजीवनी यारसा गम्बु)










(योगेश पांडे)
पिथौरागढ मार्च की शुरुआत में हुई भारी बर्फबारी न सिर्फ फलों के लिए बल्कि शक्ति वर्धक कीड़ा जड़ी ( यारसा गम्बु) के लिए वरदान साबित होगी l
बीते दो दशक से अत्यधिक दोहन और कम मात्रा में बर्फ के गिरने से यारसा गम्बु खत्म सी हो गई थी l
अब बर्फबारी से मानवीव आवाजाही न के बराबर हो जायेगी इससे यारसा गम्बु को बड़ने व अपना विकास करने में मदद मिलेगी l
यह संजीवनी जड़ी धारचुला, बन्गापानी , और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है l
चीन में इस कीड़ा जड़ी की काफी माँग है इसे नेपाल के रास्ते चीन की मण्डियों तक तस्कर कर पहुंचाया जाता है l सन् 1988 में पकड़े गए तस्करों से इसका खुलासा हुआ बाद मीडिया में खबर आने के बाद स्थानीय लोग भी इसका दोहन करने लगे l
इस कारण यह कीड़ा जड़ी लुप्त हो गई l इस साल मार्च शुरू की बर्फबारी यारसा गम्बु के लिए फिर से जीवन लेकर आयेगी ऐसी उम्मीद जताई जा रही है l

