


(इतने पद अब भी चल रहे रिक्त, एनाटामी , फिजियोलाजी , बायो कैम्स्ट्रि , फार्मालाजी , कम्युनिटी मेडिसन, जनरल मेडिसन, टीबी एंड चेस्ट, त्वचा रोग विभाग और बाल रोग विभाग इसके अलावा स्त्री रोग, रेडियोलाजी , साइकेट्रि में डाक्टरों की बेहद कमी है कैंस र संस्थान भी खाली हैं )










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी कुमाऊँ का एकमात्र अस्पताल हमेशा से सुर्खियों में बना रहता है कोई न कोई कारण रहते हैं जिस कारण यह मीडिया की नजरों में आ जाता है l समूचे कुमाऊँ के निर्धन वर्ग के लोगों के लिए यह एक सहारा अस्पताल बहुत समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है l जो डॉक्टर यहाँ पर कार्य कर भी रहे हैं वह कम वेतन का रोना रो या तो अपना हल्द्वानी में क्लिनिक खोल देते हैं या अन्य बड़े अस्पताल में जवाइँन कर लेते हैं इन सबका खामियाजा उन अस्पताल में आने वाले मरीजों को उठाना पड़ता है जो दूर दराज से यहाँ अपना इलाज कराने आते हैं l हाल यह सुशीला तिवारी अस्पताल व इसकी देखरेख में चलने वाले स्वामी राम कैंसर अस्पताल दोनो में डॉक्टरों की कमी बनी है l अस्पताल प्रशासन ने अब कारण समझ यहाँ तैनात डॉक्टरों का वेतन बड़ाने की कोशिश जारी की है ताकि डॉक्टर यहाँ टिक सके और मरीजों को कोई भी परेशानी न हो l दोनो संस्थानों के कुल आठ संकाय में एक एक प्रोफेसर के साथ करीब पचास असिटेंट प्रोफेसर और 71 एसोसिएट प्रोफेसरों की आवश्यकता है l तीन साल के अनुबंध पर प्रोफेसर को, 1.43 लाख एसोसिएट प्रोफेसर को 1.23 लाख रुपये और असिटेंट प्रोफेसर को 95 हजार रुपये सैलरी दी जाती है l असिटेंट प्रोफेसर के खाली पदों के लिए 25 फरवरी को इंटरव्यू हुए थे खुली भर्ती के बाबजूद काफी कम संख्या में डाँक्टर इंटरव्यू देने आये थे l मेडिसन विभाग के लिए दो, मानसिक रोग विभाग बाल रोग विभाग और सुपर स्पेशलिटी प्लास्टिक सर्जरी के लिए एक एक डाँक्टर ने इंटरव्यू दिया था l अगर इन्हे नियुक्ति मिल जाए तो भी अभी बहुत पद खाली पड़े हैं l प्राचार्य डॉक्टर अरुण जोशी ने बताया कि हाल ही में इंटरव्यू में शामिल हुए कई डॉक्टर अस्पताल जवाइँन करेंगे, इन सब का जल्द ही रिजल्ट आने वाला है l इसके अलावा संविदा पर तैनात डॉक्टरों को नया वेतन देने हेतु सम्बन्धी पत्र भी शासन के पास भेजा गया है, जिसके जवाब का इंतजार है l

