


(यदि ऐसा है तो उसके द्वारा होने वाले नुकसान को भी समझ लीजिए )










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी भाग दौड़ की जिंदगी में कुछ देर शरीर की फिटनेस व नैसर्गिक सुंदरता पाने का सबसे सरल उपाय है मॉर्निंग वॉक पर आजकल मॉर्निंग वॉक में भी लोग मोबाइल फोन, हेड फोन, लैप टॉप आदि का इस्तेमाल करते हुए देखे जाते हैं तो विशेषज्ञों और डॉक्टरों की राय क्या है यह भी जान लीजिए और जान लीजिए इन गैजेट के नुकसान से शरीर में होने वाले नुकसान l
मॉर्निंग वॉक में मोबाइल के इस्तेमाल से कई नुकसान हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख नुकसान निम्नलिखित हैं:
- मांसपेशियों में दर्द: मॉर्निंग वॉक के दौरान एक हाथ में मोबाइल पकड़ने से मांसपेशियों में असंतुलन पैदा हो सकता है, जिससे दर्द हो सकता है।
- बॉडी पोस्चर खराब: मोबाइल के इस्तेमाल से हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी नहीं रहती, जिससे लंबे समय में बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है।
- बैक पेन: गलत तरीके से टहलने से बैक पेन की समस्या हो सकती है।
- एकाग्रता की कमी: मोबाइल के इस्तेमाल से हमारा ध्यान टहलने से भटक सकता है, जिससे एकाग्रता की कमी हो सकती है और हमें वॉक के लाभ नहीं मिल पाते हैं।
दुर्घटनाओं के आंकड़ों के बारे में विशिष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मॉर्निंग वॉक के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल करने से हमारी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है l
जैसे कि सड़क पार करते समय या अन्य खतरों को नजरअंदाज करने से ।
पीछे से तेज रफ्तार गाड़ी का पता ने चलना मोबाइल में बात करते करते गलत ट्रैक पर चले जाने से भी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है l डॉक्टरों और विशेषज्ञों की राय है कि कम से सुबह एक घंटा मॉर्निंग वॉक के दौरान हम अपने गैजेट मोबाइल, हेड फोन, लैप टॉप इत्यादि से दूर रहेंगे तभी मॉर्निंग वॉक के फायदे सामने आयेंगे और प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद ले पाएंगे l

