


(कप्तान ने पर्यटकों से फिर की अपील, यदि कोई पुलिस कर्मी ड्यूटी में लापरवाह पाया गया तो होगी कारवाई)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी कुमाऊं का प्रवेश द्वार हल्द्वानी ,और यह उत्तराखंड को जाने का एक मात्र स्थान l पुलिस कप्तान ने पुलिस कर्मियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि पर्यटक सीजन है, कोई भी अपनी ड्यूटी में लापरवाही करते पाया गया , तो होगी विभागीय कारवाई l और कप्तान ने पर्यटकों से भी अपील की है ,आप बैखौफ आइए पुलिस आपकी सुरक्ष के लिए मुस्तैद है lलेकिन तस्वीर इसकी उलट है साहब पहले तो पर्यटकों से स्टेशन पर ही टैक्सी वाले अपनी गाड़ी में बैठाने के नाम पर करते हैं बदतमीजी, फिर होटल वाले आईडी के नाम पर , किसी तरह अपने गंतव्य तक पर्यटक पहुंच भी गए तो फिर रेस्टोरेंट वाले काटते हैं उनका चूरन l अब बात करें पुलिस की तो हल्द्वानी का हाल बताएं पहले तो मित्र पुलिस के पास लोग जाना नहीं चाहते lयदि कोई ऐसा मामला हो गया यहां के कुछ थानों और चौकियों का हाल बता दें,, आप रिपोर्ट लिखाने जायेंगे तो रिपोर्ट लिखने वाले सहाब या मैडम आपसे सवाल पूछेगी क्या हो गया,,, ? आप पहली उन्हें पूरी घटना बताएंगे l फिर वह कहेंगे कागज लेकर आइए बाहर से यानी पुलिस आपको पेपर नहीं देगी प्राथमिकी दर्ज करवाने को ,,चलो मरता क्या नहीं करता आप कागज़ लेने बाहर जाएंगे तो एक रुपए का पेपर आपको पांच रुपए में वह दुकानदार देगा l आप कुछ कहेंगे तो वह कहेगा अरे साहब बहस मत करो मिल गया गनीमत समझिए lजैसे शहर में कर्फ्यू लगा हो ऐसी उसके बातें होंगी फिर शुरू होता है नया खेल एक दलाल चंदन पिठिया सफेद चमाचम कपड़ों में आपके पास आएगा ,और पूछेगा क्या हो गया सर जी,, आप उसे भी पूरी घटना बताएंगे,, तो वह कहेगा लाइए मैं लिख देता हूं lयह सारा खेल पेपर मंगाने के नाम पर होता है l फिर वह अंदर आएगा फिर बाहर आपसे आकर कहेगा कितना नुकसान हुआ है l आपका आप बताएंगे तो बोलेगा अरे सर जी कहां रिपोर्ट कोर्ट के चक्कर में पड़ रहे हैं कोर्ट कचहरी का चक्कर ठीक नहीं है l आपको लगेगा कि कोई वकील तो नहीं है यह फिर आपसे कहेगा रिपोर्ट वगैरह छोड़िए मैं आपको खर्चा दिलवा देता हूं l फिर वह आपको अंदर एक दारोगा जी लोगों के बैठना वाले कमरे में बैठा देगा ,,,आपके लाए कागज में आपकी तहरीर लेकर जो कभी पुलिस के रिकार्ड में दर्ज ही नहीं होगी लेगा ,,,और आपके साथ घटना करने वाले का मोबाइल नंबर और आपका नंबर उस पर लिखवा लेगा और कहेगा ठीक सर हम उसे बुलाते हैं ,,आपको भी बुला लेंगे lयदि आप मान गए तो ठीक कहीं आपने कहा भाई समय नहीं है अभी रिपोर्ट दर्ज करनी है तो ठीक नहीं तो मैं ऊपर अधिकारी से बात करता हूं l तो वह थोड़ा खिसियानी हंसी हंसेगा और दुःखी होकर कहेगा आप बैठिए फिर अंदर जाकर पुलिस का मित्र ,,मित्र पुलिस से फोन करवाएगा उस व्यक्ति को जिसने आपके साथ बुरा किया बस यहां से शुरू हो जाता है लेने देने का मामला वह आदमी आता है घबराया हुआ और कहता है साहब माफ करो lतो मित्र पुलिस कहेगी तेरे खिलाफ तहरीर आई है,,, साले अंदर कर देंगे ,,,तू जानता है कोर्ट कचहरी और पुलिस की मार वह मारे डर के रोने लगता है l सुनिए बड़े मजेदार और रोचक सीन होता है,,, उस समय फिर वह दलाल आता है उस अपराधी को बाहर ले जाता है फिर होता है रुपयों का खेल आधे आपके पास नुकसान के आधे,,, मित्र पुलिस और आधी उस चंदन पिठिया लगाए दलाल के पास,,, lहो गई आपकी सुरक्षा lआप खुश हैं न अब आइए हम आपका स्वागत करते हैं l

