

📌 हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए Facebook Page










(योगेश पांडे)
चंपावत: इस साल उत्तराखंड में सर्दी ने सामान्य समय से तीन सप्ताह पहले दस्तक दे दी है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हुए हिमपात और वर्षा के चलते 10 अक्टूबर से पहले ही तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच गया है।
गुरुवार को मुक्तेश्वर का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया जबकि शुक्रवार को पंतनगर में पहली बार इस मौसम में पारा 17 डिग्री तक पहुंचा। पर्वतीय क्षेत्रों में लोग अब गरम कपड़े निकालने लगे हैं।
आमतौर पर अक्टूबर अंत या नवंबर शुरुआत में ही पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों पर पहला हिमपात होता है। लेकिन इस बार अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही पिथौरागढ़ जिले के आदि कैलास, ओम पर्वत, कुटी गांव, चमोली और उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ।
केदारनाथ के कपाट इस शीतकाल के लिए 23 अक्टूबर को बंद होंगे। अक्टूबर के पहले सप्ताह में प्रदेश में रुक-रुककर हुई वर्षा और हिमपात के लिए दो मौसमी प्रणाली जिम्मेदार रही…उत्तर पाकिस्तान व आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण साथ ही अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं।
मौसम का अंदाज़
दिवाली और उसके आसपास मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
दिन में धूप अच्छी रहेगी..लेकिन शाम को ठंडक बढ़ेगी।
अक्टूबर तीसरे सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ फिर हिमालयी क्षेत्रों की ओर बढ़ेंगे…जिससे दिवाली के बाद वर्षा और हिमपात की गतिविधियां तेज हो जाएंगी।
स्थानीय तापमान:
पंतनगर का अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री (सामान्य से 2 डिग्री कम)
मुक्तेश्वर का अधिकतम/न्यूनतम क्रमशः 17.1 / 8.0 डिग्री
देहरादून का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री (सामान्य से 4 डिग्री कम)
बागेश्वर में 11 डिग्री, पिथौरागढ़ व चंपावत में 12 डिग्री
डा. चंद्र सिंह तोमर, निदेशक मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने कहा कि इस बार पश्चिमी विक्षोभ समय से पहले सक्रिय होने से हिमपात देखने को मिला। दिवाली तक मौसम शुष्क रहेगा….पर्वतीय क्षेत्रों में दिन में गुनगुनी धूप और शाम को गुलाबी ठंड का आनंद लिया जा सकता है।
📌 हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए Facebook Page
