

(सुशीला तिवारी में अब एक ही रेजिडेंट के भरोसे 150 मरीजों की ओपीडी, मरीजों को होगी परेशानी)











(योगेश पांडे)
हल्द्वानी कुमाऊँ का मात्र एक अस्पताल अब अव्यस्थाओं के चलते खुद ही बीमार हो गया l रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग के बाद मानसिक रोग विभाग की इस स्थिति के लिए चिकत्सा शिक्षा विभाग जिम्मेदार है l जिसका अब तक एक भी प्रयोग सफल नहीं हुआ l ताज्जुब तो तब होता है इतना होने के बाद भी कोई सुध लेने वाला नहीं है l यहाँ मानसिक रोग विभाग के दो असिटेंट प्रोफेसर डाक्टर आकाश कुमार और डाक्टर भाविका ने नौकरी छोड़ दी है l इस वजह से कुमाऊँ भर से आने वाले मरीजों को अत्यन्त परेशानी का सामना करना पड़ेगा अब अस्पताल में केवल एक सीनियर रेजिडेंट रह गई हैं l मरीजों की सुने तो स्थिति यह है कि प्रतिदिन मानसिक रोगी तीस से साठ तक एक ही मनोचिक्तसक परामर्श दे दिया करते थे हर रोज मानसिक विभाग में तीन डाक्टरों की ओपीडी होती थी तीनो मिलकर लगभग 150 मरीजों को देख लेते थे। अब मात्र एक प्रोफेसर रह गयी हैं।
प्राचार्य डाक्टर अरुण जोशी ने बताया कि_ मानसिक रोग विभाग के दोनों असिस्टेंट प्रोफेसरों की दूसरे राज्य में स्थाई नियुक्ति हो गई है इस कारण वह अस्पताल छोड़ कर चले गए l अब अपने यहाँ एक सीनियर रेजिडेंट ही कार्यरत है l दिसम्बर तक नई नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी करेंगे।

