

(बांग्लादेश में हिंदुओं का ऊँची आवाज में बोलना भी मुश्किल)











(योगेश पांडे)
फिरोजाबाद, बांग्लादेश में हिंदुओं का रहना तो दूर बोलना भी मुश्किल हो गया है l यह कहना है करीब दस दिन पूर्व ढाका से लौटे उद्यमी संजीव जैन का उन्होंने कहा वहाँ रिक्शे वाले भी आँख दिखाते हैं l यदि उन्हे ओवरटेक कर दिया तो गाली गलौच व मारने को आते हैं l संजीव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हिंदुओं का जबरन सत्यापन कराया जा रहा है l
संजीव जैन अपने परिवार के साथ तीन दशक से बांग्लादेश में रह रहे हैं l सन् 2016 में रेस्तरां में हुए एक आतंकी हमले में उनकी बेटी तारुशि की मौत हो गई थी बेटी के मौत के बाद से बे गुरुग्राम आकर रहने लगे l उन्होंने बताया की फेक्ट्री की देखभाल के लिए वह ढाका गए थे वहाँ के हालत बद से बदतर हो गए हैं आलम यह है कि रिक्शे वाले को पता लग जाए को सवारी हिंदू है तो वह मारपीट पर उतारू हो जाता है l वे खुद दाड़ी बढाकर के ढाका गए थे l सड़क से लेकर गलियों तक दहशत नजर आती है खाना पीना तो दूर की बात वहाँ हिंदुओं के बोलने तक पर मनाही है l

