

(हम वही हैं जो हम बार-बार करते हैं। उत्कृष्टता, एक कार्य नहीं है, बल्कि एक आदत है) l











(योगेश पांडे) हल्द्वानी पिरामिड ध्यान पद्धति को अपना कर खुद का उत्थान कर अब इस पद्धति को लोगो को बताने वाले गुरु मूल रूप से आंध्र प्रदेश निवासी दिल्ली में सर्विस कर अब उत्तराखंड भ्रमण पर ध्यान गुरु रोशन के नायडू ने कहा जैसे-जैसे साल ख़त्म होने वाला है, उन आदतों पर विचार करने के लिए कुछ समय निकालें जो आपके जीवन को आकार देती हैं। नए सपने बनाने के अवसर का लाभ उठाएं जो आपके सपनों के अनुरूप हों या उन सपनों में जान फूंक दें जिन्हें आपने कभी संजोया था। आज की छोटी-छोटी, लगातार कार्रवाइयां कल बड़े बदलाव ला सकती हैं। प्रत्येक आदत उस व्यक्ति के करीब एक कदम है जो आप बनना चाहते हैं—बुद्धिमानी से चुनें और अभी शुरू करें।रोशन के नायडू8076476701
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