


(खुले आम घूम रहे हैं रोडवेज स्टेशन में चोर और जेबकतरे) l










पुलिस कागजी कारवाई कर लेती है इति श्री#l
(योगेश पांडे)
हल्द्वानी कोतवाली में एक औरत बहुत बुरी तरह रो रही थी उसके पास एक आदमी खड़ा था l पुछने पर उसने अपना नाम प्रकाश बताया और कहा यह मेरी भाभी हैं हम गंगोलीहाट से बस से हल्द्वानी आये l
रोडवेज स्टेशन पर उतरते ही एक औरत भीख मांगने आई हमारा ध्यान उसकी बातों में लग गया और पीछे से उसके साथ आये सात आठ साल के लड़के ने मेरी भाभी की जेब से मोबाइल निकाल लिया l तब से मेरी भाभी रो रही हैं क्योंकि उसमें इनके जरूरी कागजात, गूगल पे, और नम्बर हैं इनके पति सेना में कार्य करते हैं और मैं भी सेना में हूँ l
ऐसा आज ही नहीं प्रतिदिन होता है रोडवेज स्टेशन में यात्री उतरने के बाद व बस में चड़ने से पहले कितने सुरक्षित हैं यह तो आये दिन हो रही घटना से सभी को पता चल जाता है l जबकि रोडवेज के ठीक सामने पुलिस बहुउद्देशीय भवन है जिसमें सभी अधिकारी बैठते हैं l उनकी नाक के नीचे अपराध ,,चिराग तले अंधेरा,, को दर्शाता है l कोतवाली पुलिस ने महिला से फार्म भरा कर तहरीर ले ली है और आश्वस्त किया है कि फोन मिलने पर कोतवाली पुलिस आपसे सम्पर्क करेगी l
महिला ने बताया कि रोडवेज में लगे सीसीटीवी फुटेज में वह लड़का मोबाइल चुराते हुए साफ साफ दिख रहा है l अगर पुलिस कागजी कारवाई छोड़ पहले लड़के का पीछा करती तो शायद मेरा मोबाइल मिल जाता l घटना से सिद्ध होता है कि अपराधियों के हौसले क्यों बुलंद हैं l हमारे रखवाले सिस्टम के हाथों मजबूर हो इतने कागजों का पेट भरते हैं कि अपराधी कहाँ से कहाँ निकल जाता हैं l

