

(महाशिवरात्रि पर बेल पत्री की बड़ जाती हैं मांग, तस्करी कर ले जा रहे थे बेल पत्री)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी l यह कैसी विडम्बना न गुंडे खत्म हुए न गुंडाराज न भृस्टाचारी कम हुए न भृस्टाचार l और सरकार और अधिकारी एक दूसरे की पीठ थप – थपा रहे हैं l
कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा का शासन लेकिन खत्म नहीं हुए दुशासन l औरतों के साथ कैसी कैसी घटनाएं होती है यह तो सब्को पता है न महिला सुरक्षित है न महिला की सुरक्षा करने वाली खाकी वर्दी वाली बहने l
यह सब बाद में क्योकि मुख्य हेडिंग से खबर भटक जायेगी l गुरुवार की रात दो वन दरोगाओं पर फायरिंग की घटना ने बता दिया की माफियाओं के हौसले किस कदर बुलंद हैं उत्तराखंड में जबकि पड़ोसी प्रदेश उत्तर प्रदेश से माफिया गुंडों का इस कदर बुरा हाल है कि कुछ भाग गए कुछ मारे गए कुछ छिप छिपा गए लेकिन उत्तराखंड का दुर्भाग्य देखें तो यहाँ कानून का पालन कराने वाले ही सुरक्षित नहीं हैं l
हौसले इस कदर बुलन्द माफियायों के कि वन दरोगा मनोज कुमार मेलकानी और मोहन सिंह चौहान की बन्दुक बाइक और मोबाइल फोन तोड़ने के बाद हमलावरों ने बेखौफ दोनों को मार कर घायल कर दिया l लेकिन जाबांज वन दरोगा ने फिर पीछा कर टैक्टर और ट्राली को पकड़ लिया जिसमें बेल पत्री से भरे हुए थैले मिल गए l हमलावर तो भाग गए लेकिन चुनौती दे गए यदि हमारे बीच आओगे तो मारे जाओगे l एक तरफ शासन प्रशासन राम राज्य की बातें करता है दूसरी तरफ इसी राज्य में रावण इस कदर हावी हैं कि पूजा के सामान की भी तस्करी कर रहे हैं मात्र चन्द रुपयों के लिए और हमला ऐसा कि कर्मचारीयों की जान भी जा सकती थी l वन दरोगा मनोज कुमार ने तस्करी का माल बरामद करने के बाद लामचौड के प्रेमपुर नवाड के तीन परिवारों के सात युवकों पर मुखानी थाने में मुकदमा दर्ज कराया इनमें सूरज, राजकुमार, संजय दो अन्य सगे भाई युवराज और जोगेंद्र तथा तीसरे परिवार के दो भाई रोहित और राममूर्ति शामिल हैं l इन पर लोक सेवक को घायल करने, समूह में घातक हथियार से हमला करने और सरकारी सम्पति को नुकसान करने की धाराएँ लगाई हैं l इस हमले के बाद एस पी सीटी प्रकाश चन्द्र ने कहा वन दरोगाओं पर हमले के मामले पर मुखानी थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश पुलिस को जारी कर दिये हैं l एस ओ विजय मेहता ने बताया कि पुलिस छानबीन कर रही है बहुत जल्दी अपराधी गिरफ्त में होंगे l

