


( करत करत अभ्यास तो होत चिकने पात, यह कहावत सटीक कर दी उन्होंने जिन पर समाज डालता है बेड़ियाँ)










(योगेश पांडे)
हल्द्वानी कुमाऊँ के नैनीताल व अल्मोडा जिले की महिलाओं का काम्क्वांडोबैट (फाइटिंग ) गैम ताइक्वांडो , जु- जित्सु, बक्सिंग में ऐसा प्रदर्शन देखने को मिला की देखने वाले दांतों तले अंगुली दबा गए l देव भूमि की इन देवियों ने इन खेलों के माध्यम से न सिर्फ अपनी पहचान बनाई बल्कि उत्तराखंड का झण्डा भी गाड़ दिया l और उत्तराखंड की अंतराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलाई इस कारण खुश होकर सरकार ने भी किसी को सरकारी नौकरी तो किसी को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया lअंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उन महिलाओं का जिक्र होना जरूरी है जिन्होंने खेल के बदौलत अपना अपने गाँव शहर जिले प्रदेश व देश का नाम रोशन किया l पहली है ऊंचापुल निवासी पूनम बिष्ट अस्वाल जो बालीबाल की बहुत बड़िया खिलाडी थी लेकिन अपने पिताजी की इच्छा पूरी करने के लिए बक्सिंग खेल को चुना l इस खेल में पूनम ने राष्ट्रीय बक्सिंग स्पर्धा में कांस्य आल इंडिया यूनिवर्सिटी स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया l उत्तराखंड राज्य की ओर से पूनम ने वर्ष 2017 में बुलगारिया में हुई अंतर राष्ट्रीय स्पर्धा में प्रतिभाग किया l खेल में अपनी अलग पहचान बना कर खेल कोटे से एस एसबी में सिपाही की नौकरी प्राप्त कर ली l (2) खेल के दम पर शुभागिनी को खेल विभाग में मिली नौकरी lअल्मोडा द्दराहाट के हाट गाँव की निवासी शुभागिनी शाह ने बचपन से ही ताइ क्वांडो खेल को चुना l अब तक शुभागिनी 25 राष्ट्रीय स्पर्धा खेल चुकी हैं जिसमें उन्होंने छह स्वर्ण सात रजत और आठ कांस्य पदक हासिल किये हैं ल प्रदेश सरकार ने शुभागिनी को हल्द्वानी में बतौर ताइ क्वांडो कोच नियुक्त किया है l(3) पहले प्रदेश के लिए मेडल लाई अब प्रशिक्षण दे रही हैं रीतिका l हल्द्वानी ऊंचापुल निवासी रीतिका जोशी ने सीनियर नेशनल में कांस्य व रजत आल इंडिया यूनिवर्सिटी में तीन बार कांस्य पदक व अंतर राष्ट्रीय ताइ क्वांडो में स्पर्धा में प्रतिभाग करने के बाद रीतिका ने 38 वें राष्ट्रीय खेलों में भी अपना दम दिखाया था l रीतिका खेल विभाग में बतौर कोच सेवाएं देकर ताइ क्वांडो की नई पौध तैयार कर रही हैं l (4) कृषणांजली को प्रदेश सरकार ने दिया सम्मान lपालिसीट निवासी 14 वर्षीय कृषणांजली जोशी जू_ जित्सु खेल में दो बारn नेशनल मेडेलिस्ट रही हैं l इस उपलब्धि पर उत्तराखंड सरकार कृषणांजली को एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है ल हाल ही में कृषणांजली ने थाई लैंड में हुई युथ एशियन जू जित्सु स्पर्धा के तीन इवेंट में एक स्वर्ण एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया है l अब उनका लक्ष्य बहरी न में होने वाले एशियन युथ गेम्स व युथ वर्ल्ड में प्रतिभाग करने का है l

