


(योगेश पांडे)










हल्द्वानी यह माना कि यह एक खबर है कि निकाल दिये पुल के बोल्ड पर यह सोचा इसके पीछे कौन लोग हैं और क्या थी उनकी मंशा l सवाल बहुत हैं आजकल जगह जगह कैमरे लगे हैं फिर भी इतना बड़ा दुस्साहस फिर क्या किया होगा नट बोल्ड निकालने वाले ने किसी को तो बेचा होगा पर किसको यह भी सवाल हैं और लेने वाले को इतना तो आभास होगा कि यह किसी पुल के नट- बोल्ड हैं फिर उसने क्यों सूचित नही किया पुलिस और प्रशासन को सवाल एक नही बहुत हैं यदि समय से नजर नही पड़ती तो इस वजह से जो दुर्घटना होती उसका जिम्मेदार कौन होता l अब इस तरह से बनाया जा रहा है काठगोदाम का पुल l

