

(योगेश पांडे)










अगस्त 2025 से UPI से जुड़े पांच बड़े बदलाव लागू हो गए हैं, जो हर यूजर को सीधे प्रभावित करेंगे। सबसे अहम बदलाव है बैलेंस चेक लिमिट, अब आप दिन में सिर्फ 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे। ऑटोपे ट्रांजैक्शन अब केवल सुबह 10 बजे से पहले और दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच ही होंगे। पेमेंट रिवर्सल पर भी रोक लगी है—अब महीने में सिर्फ 10 बार और किसी एक व्यक्ति/कंपनी से अधिकतम 5 बार ही रिक्वेस्ट की जा सकेगी।
इसके अलावा, पेमेंट स्टेटस आप दिन में केवल 3 बार ही चेक कर पाएंगे, वो भी 90 सेकंड के अंतराल पर। वहीं, ट्रांजैक्शन हिस्ट्री एक ऐप से अधिकतम 25 बार ही देखी जा सकेगी। NPCI का मकसद है सर्वर लोड कम करना और सिस्टम को और सुरक्षित बनाना। अब UPI का इस्तेमाल और भी समझदारी से करना होगा।
