



(120 घंटे बाद टूटा हत्यारोपी ललित जोशी बोला पहले छात्र का गला घोंटा फिर सिर और कलाई काट दी) ** रक्षाबंधन के दिन मिला भाई का कटा सिर व कलाई जिसमें बहन कभी राखी बांधती थी** #दुष्कर्मी कुकर्म के इरादे से ले गया अमित को घर मारने के बाद काटा सिर व कलाई गाड़ दिया बगीचे में









# (योगेश पांडे)
हल्द्वानी गौलापार पश्चिमी खेड़ा के दस वर्षीय छात्र अमित मौर्य की हत्या का आखिर पुलिस ने पर्दाफाश कर ही लिया। कानून को जिस अपराधी ललित जोशी ने 120 घंटे से उलझा रखा था। उसे मनोवैज्ञानिक डॉक्टर युवराज पंत और पुलिस की सख्ती के आगे टूटना पड़ा। उसकी निशानदेही पर रक्षाबंधन के दिन पुलिस ने उसके घर के बगीचे से दूसरे गड्ढे से अमित का सिर व कलाई भी बरामद कर ली। अब पुलिस का ध्यान हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद करने में लगा है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह कुकर्म के इरादे से छात्र अमित को अपने घर बहलाफुसला कर ले गया। इसके बाद उसने घिनौनी हरकत शुरू कर दी अमित के विरोध व हल्ला करने पर उसने उसका गला घोंट कर हत्या कर दी। और सिर व कलाई काट अलग कर दी ,फिर शव को बगीचे में गड्ढे में दबा दिया। पुलिस कप्तान पीएनमीणा ने कहा कि आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ होगी। मूल रूप से बरेली निवासी खूबकरण गौलापार पश्चिमी खेड़ा में किसी व्यक्ति के वहां बटाई का कार्य करते हैं उनका दस वर्षीय अमित कक्षा पांच का छात्र था सोमवार चार अगस्त को अमित पास की दुकान में अपने चाचा नानक चंद मौर्य से रुपए ले कोल्ड ड्रिंक लेने गया था। लेकिन देर तक वापस न लौटने के कारण परिजनों ने काठगोदाम थाने में पुलिस से बच्चे की बरामद की गुहार लगाई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चैक किए तो उसमें ललित जोशी नामक व्यक्ति जो उसी गांव का निवासी था उसका पीछा करते हुए देखा गया। पुलिस सोमवार को ही अपराधी के घर पहुंच गई वहां उसे अमित की चप्पल मिल गई। पुलिस सोमवार रात को ही आरोपी ललित जोशी उसके परिजनों को उठा लाई। अगले दिन मंगलवार पांच अगस्त को पुलिस ने उसके घर के बगीचे से अमित का सिर व कलाई विहीन शव भी बरामद कर लिया। बावजूद इसके अपराधी ललित जोशी कुछ भी बताने को तैयार न हुआ। आखिर पुलिस की सख्ती और डॉक्टर युवराज पंत के द्वारा अपराधी को अपराध स्वीकार करना पड़ा। उस बहन पर क्या बीत रही होगी जिसे राखी के दिन अपने भाई की सिर और कलाई मिलने की खबर मिली होगी । पिता ने बताया कि आज अमित के शव की अंत्येष्टि की जायेगी।
