

📌 हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए Facebook Page










( ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों के इस प्रकार की कारवाई आप भी सोचिएगा कैसे हित होगा उत्तराखंड का)
(योगेश पांडे)
नैनीताल। नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान पुलिस के सामने पांच जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण से खलबली मच गई। वोट देने जाने वाले सदस्यों के जिला पंचायत कार्यालय पास हुई घटना से कांग्रेस पदाधिकारियों ने हंगामा कर दिया और मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। मामला हाईकोर्ट पहुंचने के बाद नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव स्थगित हो गए।अब नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए दोबारा चुनाव होंगे। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने हाईकोर्ट में बयान दिया वह चुनाव आयोग को इस चुनाव का प्रस्ताव भेजेंगी। आयोग की तिथि निर्धारित के बाद अब इन दोनों पदों के लिए चुनाव होंगे। पुलिस कप्तान प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि इस प्रकरण में पुलिस की ओर से एक एफआईआर पंजीकृत की गई है। तल्लीताल थाने की ओर से शिकायत न लेने के संबंध में जांच प्रचलित है। साथ ही एक अन्य जांच एसपी क्राइम जगदीश चंद्र की ओर से की जा रही है जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि यह घटना किस प्रकार हुई। इधर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि नैनीताल भाजपा के गुंडाराज का सजीव प्रमाण है। उत्तराखंड में कभी ऐसी अराजकता नहीं देखी उन्होंने कहा कि पुलिस के सामने मेरे साथ बदसलूकी हुई। विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व विधायक संजीव आर्य और प्रत्याशी पुष्पा नेगी को धक्का मार दिया। भाजपा सरकार कहां है और क्या कर रहे हैं उनके एजेंट बन कार्य करने पुलिस व प्रशासनिक अफसर। द्वाराहाट में क्षेत्र पंचायत सदस्यों को ईंटों से मारा गया। बेतालघाट में कांग्रेस कार्यकर्ता को गोली मार दी उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा के गुंडों ने कांग्रेस के पांच जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण कर लिया। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि भाजपा देव भूमि को उत्तर प्रदेश और बिहार बनाने की कोशिश न करे। नैनीताल में भाजपा जो किया वह देवभूमि को स्वीकार्य नहीं है। सुमित हृदयेश ने कहा भाजपा के गुंडों हथियारो से लैस होकर आए और जिला पंचायत सदस्यों को उठा ले गए पुलिस तमाशा देखती रह गई। इधर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट ने इस पूरे प्रकरण के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है । उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता खटीमा और रुद्रपुर से लोगों को लेकर नैनीताल पहुंचे थे कांग्रेस के दूर दूर के विधायक भी नैनीताल पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह विवाद की स्थिति पैदा करते हुए नैनीताल जिले का माहौल ख़राब करने का प्रयास किया गया है। इस चुनाव के शुरू होने से चुनाव निरस्त होने के बाद रात तीन बजे तक कार्यालय में डटे रहे एआरो और अधिकारी। अब तो हर जुबां पर यह चर्चा है कि राजनीति का स्तर कहां से कहां पहुंच गया।
📌 हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए Facebook Page
