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(योगेश पांडे)
( शुक्रवार रात मारपीट के मामले में पार्षद अमित बिष्ट को हिरासत में लेने व जिम्मेदार अधिकारी का न मिलने पर कालाढूंगी विधायक बंसी धर भगत हुए खफा बैठ गए सड़क पर )
** पुलिस कप्तान पी एन मीणा के माफ़ी माँगने पर हुए शांत आ गए कोतवाली के अंदर स्वभाव इतना शांत विधायक बंशीधर भगत का माफ़ी मांगते ही उठ कर पुलिस कप्तान के कक्ष में चले गए**
(योगेश पांडे)
हल्द्वानी/ कभी भी उत्तेजित न होने वाले शांत स्वभाव के कालाढूंगी विधायक बंसीधर भगत पार्षद अमित बिष्ट को हिरासत में लेने व कोतवाली में बिठाये रखने पर शनिवार को वार्ता करने कोतवाली आये और जिम्मेदार अधिकारी के न मिलने पर ऐसे खफा हुए कि अपनी ही पुलिस के खिलाफ कोतवाली के बाहर धरने पर बैठ गए।
उनके साथ पूर्व पार्षद धीरेन्द्र रावत, पूर्व महापौर डॉक्टर जोगेंद्र सिंह रौतेला, पार्षद राजेंद्र अग्रवाल, भुवन जोशी, सचिन शाह भी धरने पर बैठ गए।
जबकि महापौर गजराज सिंह बिष्ट व प्रदीप बिष्ट समर्थन में पास में ही खड़े रहे। पहले विधायक बंशीधर को मनाने कोतवाल राजेश कुमार व सीओ सिटी नितिन लोहनी आये। लेकिन भाजपाई पुलिस कप्तान को बुलाने व पुलिस अत्याचार नहीं सहेंगे के नारे लगाने लगे।
इस पर कुछ देर बाद एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा आये और भगत से माफ़ी मांग धरने से उठने का आग्रह किया।
भगत ने पूछा शहर में खुले आम नशा बिक रहा हैं पुलिस क्या कर रही हैं।
आप ऐसे कैसे किसी जनप्रतिनिधि को कोतवाली में बैठा सकते हो।
लेकिन पुलिस कप्तान के अनुग्रह पर विधायक मान गए और कोतवाली उठ कर आ गए।
बाद में पार्षद अमित बिष्ट को भी छोड़ दिया गया।
पुलिस कप्तान पी एन मीणा ने बताया कि एक मारपीट का मामला था भगत थाने इंचार्ज से वार्ता करने आए थे। उनके न मिलने पर नाराज हो गए। इसके बाद मैंने बंशीधर से वार्ता की वह मान गए मैं उन्हें अपने कक्ष में ले गया फिर वह संतुष्ट होकर चले गए।
विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि यदि कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं मिलेगा तो मुझे धरने पर ही बैठना पड़ेगा। अमित बिष्ट दो बार के पार्षद और मण्डल उपाध्यक्ष भी हैं। पहले पुलिस उसे रात में उठा ले गईं और तीन बजे रात छोड़ा जबकि 12 बजे ही कह दिया था। फिर उनके भतीजे को उठा लाये। फिर नौ बजे पार्षद को फिर उठा लाए। पुलिस पांच पांच गाड़ियों को लेकर इनके घर गई जैसे मर्डर कर दिया हो। ज़ब मै कोतवाली पहुंचा तो कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं था।
इधर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने फेसबुक के माध्यम से कहा कि यदि मैं हल्द्वानी होता तो भगत के सम्मान में अवश्य कोतवाली आता। वह जिले के सबसे वरिष्ठ नेता हैं विधायक के साथ भगत कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी।
यदि उनकी बात पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे तो आप सोचो आम नागरिक का क्या होगा। अधिकारी वर्ग लगातार जन प्रतिनिधियों का उत्पीड़न कर रहे हैं।
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